Hori (Hindi Drama)

होरी

Fiction & Literature, Drama, Eastern, Nonfiction, Entertainment
Cover of the book Hori (Hindi Drama) by Munshi Premchand, मुंशी प्रेमचन्द, Bhartiya Sahitya Inc.
View on Amazon View on AbeBooks View on Kobo View on B.Depository View on eBay View on Walmart
Author: Munshi Premchand, मुंशी प्रेमचन्द ISBN: 9781613011614
Publisher: Bhartiya Sahitya Inc. Publication: December 30, 2012
Imprint: Language: Hindi
Author: Munshi Premchand, मुंशी प्रेमचन्द
ISBN: 9781613011614
Publisher: Bhartiya Sahitya Inc.
Publication: December 30, 2012
Imprint:
Language: Hindi
‘होरी’ नाटक नहीं है प्रेमचंद जी के प्रसिद्ध उपन्यास गोदान का नाट्यरूपान्तर है। इसीलिये उसकी सीमाएँ हैं। प्रेमचंद और गोदान के बारे में कुछ कहने का न यह समय है और न उतना स्थान ही है। इतना कहना पर्याप्त होगा कि गोदान जन-जीवन के साहित्यकार प्रेमचंद का सर्वश्रेष्ठ उपन्यास है। इसमें उन्होंने अभावग्रस्त भारतीय किसान की जीवन-गाथा का चित्र उपस्थित किया है। देहात की वास्तविक दशा का खाका खींचा है। इसमें हमारे ग्रामीण-जीवन की आशा-निराशा, सरलता-कुटिलता, प्रेम-घृणा, गुण-दोष सभी का मनोहारी चित्रण हुआ है। उपन्यास में एक दूसरी धारा भी है। वह है नगर सभ्यता की धारा जो ग्रामीण-जीवन के विरोध में उभरी है। प्रस्तुत रूपान्तर में उसे बिलकुल छोड़ देना पड़ा है। उसका कारण नाटक की सीमाएँ हैं।
View on Amazon View on AbeBooks View on Kobo View on B.Depository View on eBay View on Walmart
‘होरी’ नाटक नहीं है प्रेमचंद जी के प्रसिद्ध उपन्यास गोदान का नाट्यरूपान्तर है। इसीलिये उसकी सीमाएँ हैं। प्रेमचंद और गोदान के बारे में कुछ कहने का न यह समय है और न उतना स्थान ही है। इतना कहना पर्याप्त होगा कि गोदान जन-जीवन के साहित्यकार प्रेमचंद का सर्वश्रेष्ठ उपन्यास है। इसमें उन्होंने अभावग्रस्त भारतीय किसान की जीवन-गाथा का चित्र उपस्थित किया है। देहात की वास्तविक दशा का खाका खींचा है। इसमें हमारे ग्रामीण-जीवन की आशा-निराशा, सरलता-कुटिलता, प्रेम-घृणा, गुण-दोष सभी का मनोहारी चित्रण हुआ है। उपन्यास में एक दूसरी धारा भी है। वह है नगर सभ्यता की धारा जो ग्रामीण-जीवन के विरोध में उभरी है। प्रस्तुत रूपान्तर में उसे बिलकुल छोड़ देना पड़ा है। उसका कारण नाटक की सीमाएँ हैं।

More books from Bhartiya Sahitya Inc.

Cover of the book Mulla Nasiruddin Ke Chutkule (Hindi Jokes) by Munshi Premchand, मुंशी प्रेमचन्द
Cover of the book Premchand Ki Kahaniyan-38 by Munshi Premchand, मुंशी प्रेमचन्द
Cover of the book Yuddh Aur Shanti-2 (Hindi Novel) by Munshi Premchand, मुंशी प्रेमचन्द
Cover of the book Kafan (Hindi Stories) by Munshi Premchand, मुंशी प्रेमचन्द
Cover of the book Chandrakanta Santati-2 by Munshi Premchand, मुंशी प्रेमचन्द
Cover of the book Premchand Ki Kahaniyan-35 by Munshi Premchand, मुंशी प्रेमचन्द
Cover of the book Ravi Kahani (Hindi Biography) by Munshi Premchand, मुंशी प्रेमचन्द
Cover of the book Kripa (Hindi Rligious) by Munshi Premchand, मुंशी प्रेमचन्द
Cover of the book Prerak Kahania (Hindi Stories) by Munshi Premchand, मुंशी प्रेमचन्द
Cover of the book Kamana Aur Vasna Ki Maryada (Hindi Self-help) by Munshi Premchand, मुंशी प्रेमचन्द
Cover of the book Begam Aur Gulaam (Hindi Novel) by Munshi Premchand, मुंशी प्रेमचन्द
Cover of the book Premchand Ki Kahaniyan-31 by Munshi Premchand, मुंशी प्रेमचन्द
Cover of the book Meri Kahaniyan-Kamleshwar (Hindi Stories) by Munshi Premchand, मुंशी प्रेमचन्द
Cover of the book Dharti Aur Dhan (Hindi Novel) by Munshi Premchand, मुंशी प्रेमचन्द
Cover of the book Mukul Tatha Anya Kavitayein (Hindi Poetry) by Munshi Premchand, मुंशी प्रेमचन्द
We use our own "cookies" and third party cookies to improve services and to see statistical information. By using this website, you agree to our Privacy Policy