"मेरे दो चेहरे हैं।" शीर्षक अनायास ही सोचने पर मज़बूर कर देता है कि सच में ही हर व्यक्ति के दो चेहरे होते हैं। एक तो वह जो दुनिया में जाना जाता है, जिसके साथ वह जीता है। दूसरा चेहरा, जो केवल उसका अपने लिए ही है, जिसे कोई छू भी नहीं सकता। पहला चेहरा उसे इस दुनिया के कायदे-कानूनों से जीने के लिए प्रेरित करता है, दूसरा उसे इस मायावी-दुनिया से दूर बहुत दूर अर्न्तमन के धरातल पर सहेज कर रखता है। इन कविताओं के माध्यम से शायद आपको भी अपने प्रष्नों के उत्तर मिल जाएँगे।
"मेरे दो चेहरे हैं।" शीर्षक अनायास ही सोचने पर मज़बूर कर देता है कि सच में ही हर व्यक्ति के दो चेहरे होते हैं। एक तो वह जो दुनिया में जाना जाता है, जिसके साथ वह जीता है। दूसरा चेहरा, जो केवल उसका अपने लिए ही है, जिसे कोई छू भी नहीं सकता। पहला चेहरा उसे इस दुनिया के कायदे-कानूनों से जीने के लिए प्रेरित करता है, दूसरा उसे इस मायावी-दुनिया से दूर बहुत दूर अर्न्तमन के धरातल पर सहेज कर रखता है। इन कविताओं के माध्यम से शायद आपको भी अपने प्रष्नों के उत्तर मिल जाएँगे।