दिल से ग़ज़ल तक

Fiction & Literature, Poetry
Cover of the book दिल से ग़ज़ल तक by Devi Nangrani, Raja Sharma
View on Amazon View on AbeBooks View on Kobo View on B.Depository View on eBay View on Walmart
Author: Devi Nangrani ISBN: 9781370122370
Publisher: Raja Sharma Publication: March 22, 2018
Imprint: Smashwords Edition Language: Hindi
Author: Devi Nangrani
ISBN: 9781370122370
Publisher: Raja Sharma
Publication: March 22, 2018
Imprint: Smashwords Edition
Language: Hindi

‘ग़ज़ल मेरे अन्तर्मन की खामोश सरगोशी है

देवी नागरानी

कविता एक तजुर्बा है, एक ख़्वाब है, एक भाव है. जब मानव के अंतर्मन में मनोभावों का तहलका मचता है, मन डांवाडोल होता है या हलचल मचाती उफनती लहरें अपने बांध को उलांघ जाती है तब कविता बन जाती है। कविता अन्दर से बाहर की ओर बहने वाला निर्झर झरना है। सच ही तो है, दिल की कोई भी बात हो, कलम की धार से शीरीं ज़ुबान में नज़्म, दोहा, रुबाई, व ग़ज़ल बनकर सामने आती है।

ग़ज़ल क्या है? इस सिलसिले में अनेक स्वरों में, स्वरूपों में ग़ज़ल को पेश करते हुए परिभाषित किया गया है....इसपर और बहुत कुछ लिखा जा रहा है और कई संभावनाएँ और भी हैं ....। सच में ग़ज़ल एक प्यास है, जो अपने विस्तार में जाने कहाँ कहाँ खोजती है उस सुराब को, जो प्यास बुझाने का बायज बन जाए। वह तो फूल की पांखुरी में विकसित होती हुई कस्तूरी है जो हवाओं में घुलमिल कर विचरण करते हुए अपना परिचय आप देती है।

अनबुझी प्यास रूह की है ग़ज़ल
खुश्क होंठों की तिशनगी है ग़ज़ल

डॉ. कुँवर बेचैन के शब्दों में-“अनुभव की पगडंडी और विचारों के चौरास्तों पर की गई शब्द की पदयात्रा है। “ग़ज़ल की एक विशेषता यह भी है कि यह सिर्फ़ काव्य रचना अथवा काव्य शैली ही नहीं, बल्कि एक तहज़ीब भी है जो हिंदुस्तान और ईरान के लय से जन्मी है-आज के जमाने में गंगो-जामुनी तहज़ीब बन गई है।

इसी एहसास को साथ लिए मेरे प्रकाशित ग़ज़ल संग्रह-‘चरागे-दिल’, ‘दिल से दिल तक’, ‘लौ दर्दे-दिल की’ और अब ‘सहन-ए-दिल’ अपने शब्दों की पदयात्रा करते हुए समय के साथ-साथ यात्रा तय कर रही है।

View on Amazon View on AbeBooks View on Kobo View on B.Depository View on eBay View on Walmart

‘ग़ज़ल मेरे अन्तर्मन की खामोश सरगोशी है

देवी नागरानी

कविता एक तजुर्बा है, एक ख़्वाब है, एक भाव है. जब मानव के अंतर्मन में मनोभावों का तहलका मचता है, मन डांवाडोल होता है या हलचल मचाती उफनती लहरें अपने बांध को उलांघ जाती है तब कविता बन जाती है। कविता अन्दर से बाहर की ओर बहने वाला निर्झर झरना है। सच ही तो है, दिल की कोई भी बात हो, कलम की धार से शीरीं ज़ुबान में नज़्म, दोहा, रुबाई, व ग़ज़ल बनकर सामने आती है।

ग़ज़ल क्या है? इस सिलसिले में अनेक स्वरों में, स्वरूपों में ग़ज़ल को पेश करते हुए परिभाषित किया गया है....इसपर और बहुत कुछ लिखा जा रहा है और कई संभावनाएँ और भी हैं ....। सच में ग़ज़ल एक प्यास है, जो अपने विस्तार में जाने कहाँ कहाँ खोजती है उस सुराब को, जो प्यास बुझाने का बायज बन जाए। वह तो फूल की पांखुरी में विकसित होती हुई कस्तूरी है जो हवाओं में घुलमिल कर विचरण करते हुए अपना परिचय आप देती है।

अनबुझी प्यास रूह की है ग़ज़ल
खुश्क होंठों की तिशनगी है ग़ज़ल

डॉ. कुँवर बेचैन के शब्दों में-“अनुभव की पगडंडी और विचारों के चौरास्तों पर की गई शब्द की पदयात्रा है। “ग़ज़ल की एक विशेषता यह भी है कि यह सिर्फ़ काव्य रचना अथवा काव्य शैली ही नहीं, बल्कि एक तहज़ीब भी है जो हिंदुस्तान और ईरान के लय से जन्मी है-आज के जमाने में गंगो-जामुनी तहज़ीब बन गई है।

इसी एहसास को साथ लिए मेरे प्रकाशित ग़ज़ल संग्रह-‘चरागे-दिल’, ‘दिल से दिल तक’, ‘लौ दर्दे-दिल की’ और अब ‘सहन-ए-दिल’ अपने शब्दों की पदयात्रा करते हुए समय के साथ-साथ यात्रा तय कर रही है।

More books from Raja Sharma

Cover of the book A Quick Guide to "Carrion Comfort" by Devi Nangrani
Cover of the book Ready Reference Treatise: The French Lieutenant's Woman by Devi Nangrani
Cover of the book Quick Guide: Harrison Bergeron by Devi Nangrani
Cover of the book Danish Cuisine: Volume One by Devi Nangrani
Cover of the book Summarized & Analyzed: "Waiting for the Barbarians" by Devi Nangrani
Cover of the book Ready Reference Treatise: The Egypt Game by Devi Nangrani
Cover of the book Literature Help: The Misanthrope by Devi Nangrani
Cover of the book Literature Companion: One Day In the Life of Ivan Denisovich by Devi Nangrani
Cover of the book Ready Reference Treatise: A Man for All Seasons by Devi Nangrani
Cover of the book Ready Reference Treatise: No Longer at Ease by Devi Nangrani
Cover of the book Motivational Stories: Part Five by Devi Nangrani
Cover of the book Ready Reference Treatise: The Blithedale Romance by Devi Nangrani
Cover of the book Literature Companion: My Name is Asher Lev by Devi Nangrani
Cover of the book Summarized & Analyzed: "Three Day Road" by Devi Nangrani
Cover of the book Literature Companion: Dangerous Liaisons by Devi Nangrani
We use our own "cookies" and third party cookies to improve services and to see statistical information. By using this website, you agree to our Privacy Policy