Author: | Raja Sharma | ISBN: | 9781301860456 |
Publisher: | Raja Sharma | Publication: | August 4, 2013 |
Imprint: | Smashwords Edition | Language: | Hindi |
Author: | Raja Sharma |
ISBN: | 9781301860456 |
Publisher: | Raja Sharma |
Publication: | August 4, 2013 |
Imprint: | Smashwords Edition |
Language: | Hindi |
औलादें भी आयीं मैं झुकता गया
वो चलते गए मैं रुकता गया
मेरे दौर को अब वो चलाते थे
मैं ये था मैं वो था सबको बताते थे
फिर इक रब का फकीर मुझ तक आया
पूछा कि मैने राहों में क्या पाया
छूट गए वो जो रिश्ते वा नाते थे
झूठ ही लोग मुझको सिकन्दर बताते थे
औलादें भी आयीं मैं झुकता गया
वो चलते गए मैं रुकता गया
मेरे दौर को अब वो चलाते थे
मैं ये था मैं वो था सबको बताते थे
फिर इक रब का फकीर मुझ तक आया
पूछा कि मैने राहों में क्या पाया
छूट गए वो जो रिश्ते वा नाते थे
झूठ ही लोग मुझको सिकन्दर बताते थे