Author: | SANJAY TANDON | ISBN: | 1230002375113 |
Publisher: | OnlineGatha | Publication: | June 13, 2018 |
Imprint: | Language: | English |
Author: | SANJAY TANDON |
ISBN: | 1230002375113 |
Publisher: | OnlineGatha |
Publication: | June 13, 2018 |
Imprint: | |
Language: | English |
इस पुस्तक का शीर्षक काश हिन्दुओं में भी कोई जीन्ना होता देने का अभिप्राय केवल इतना हैं की जिस प्रकार से जिन्ना ने केवल और केवल आपने समाज अर्थातइस पुस्तक का शीर्षक काश हिन्दुओं में भी कोई जीन्ना होता देने का अभिप्राय केवल इतना हैं की जिस प्रकार से जिन्ना ने केवल और केवल आपने समाज अर्थात मुस्लिम समाज के हितों को ध्यान में रखते हुए कार्य किया एवंम एक अलग मुस्लिम राष्ट्र का निर्माण कर डाला ! वह उस समाज की दृस्टि से अत्यधिक सराहनीय कार्य था और माना भी जाना चाहिए यह जिन्ना की आपने समाज एवंम धर्म के प्रति निष्ठा नहीं तो क्या थी?
क्या हमारे हिन्दू समाज में सत्तासीन कोई एक भी राजनेता ऐसा हुआ हैं जिसने कभी भी हिंदुओं के हितों को सर्वोपरि रखते हुए कोई कार्य किया हो ! कोई कार्य तो बहुत दूर की बात हैं कोई ऐसा वक्तव्य तक पिछले साठ पैंसठ वर्षो मे नही दिया जिससे इस राष्ट्र का हिन्दू गौरवान्वित अनुभव कर सकता काश ! हिंदुओं में भी कोई जिन्ना होता !
इस पुस्तक का शीर्षक काश हिन्दुओं में भी कोई जीन्ना होता देने का अभिप्राय केवल इतना हैं की जिस प्रकार से जिन्ना ने केवल और केवल आपने समाज अर्थातइस पुस्तक का शीर्षक काश हिन्दुओं में भी कोई जीन्ना होता देने का अभिप्राय केवल इतना हैं की जिस प्रकार से जिन्ना ने केवल और केवल आपने समाज अर्थात मुस्लिम समाज के हितों को ध्यान में रखते हुए कार्य किया एवंम एक अलग मुस्लिम राष्ट्र का निर्माण कर डाला ! वह उस समाज की दृस्टि से अत्यधिक सराहनीय कार्य था और माना भी जाना चाहिए यह जिन्ना की आपने समाज एवंम धर्म के प्रति निष्ठा नहीं तो क्या थी?
क्या हमारे हिन्दू समाज में सत्तासीन कोई एक भी राजनेता ऐसा हुआ हैं जिसने कभी भी हिंदुओं के हितों को सर्वोपरि रखते हुए कोई कार्य किया हो ! कोई कार्य तो बहुत दूर की बात हैं कोई ऐसा वक्तव्य तक पिछले साठ पैंसठ वर्षो मे नही दिया जिससे इस राष्ट्र का हिन्दू गौरवान्वित अनुभव कर सकता काश ! हिंदुओं में भी कोई जिन्ना होता !